| शब्द का अर्थ | 
					
				| परिपार (रि)					 : | स्त्री० [सं० पाली=मर्यादा]। उदा०—किहिं नर किहिं सर राखियै खैंर बठै परिपारि।—बिहारी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| परिपार (रि)					 : | स्त्री० [सं० पाली=मर्यादा]। उदा०—किहिं नर किहिं सर राखियै खैंर बठै परिपारि।—बिहारी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |